मैं मुंबई में एक प्रतिष्ठित मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करता हूं मेरी शादी को अभी सिर्फ 6 महीने ही हुए हैं मेरी शादी बबीता से हुई। बबीता और मैं पहली बार जब एक दूसरे को मेरे मामा जी के घर पर मिले तो वहीं मैंने बबीता को पसंद कर लिया …
मेरी तबीयत कुछ दिनों से ठीक नहीं थी इसलिए मैं कुछ दिनों से घर पर ही था एक दिन घर पर मामा जी आए हुए थे जब वह घर पर आए तो उस दिन उन्होंने मुझसे कहा कि रोहित बेटा तुम्हारी तबीयत कैसी है। उन्हें यह बात मेरे पापा ने …
पापा का ट्रांसफर हो चुका था और हम लोग अहमदाबाद आ गए थे अहमदाबाद में आने के बाद मैं नौकरी की तलाश में था और जल्द ही मुझे एक कंपनी में नौकरी मिल गई। हालांकि मेरी वहां पर तनख्वा तो ज्यादा नहीं थी लेकिन फिर भी मैं वहां पर जॉब …
काफी दिनों से मैं घर पर ही था क्योंकि मेरी तबीयत ठीक नहीं थी मेरी तबीयत ठीक ना होने के कारण मैं कहीं भी जा नहीं पा रहा था। एक दिन मैं ऑफिस से लौट रहा था तो अचानक से ही मेरे पेट में दर्द होने लगा जब मैं डॉक्टर …
मैं अपने दोस्त रजत की शादी में जाता हूं जब मैं अपने दोस्त की शादी में जाता हूं तो वहां पर मैं आशा से मुलाकात करता हूं। आशा हमारे साथ ही कॉलेज में पढ़ा करती थी लेकिन उसकी जिंदगी में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा था उसकी जिंदगी में …
मैं और महिमा साथ में बैठे हुए थे हम दोनों एक दूसरे से बात कर रहे थे महिमा ने मुझे बताया कि उसका ट्रांसफर बेंगलुरु हो रहा है। मुझे यह बात बिल्कुल भी अच्छी नहीं लगी और मैंने महिमा से कहा कि तुम अपने ऑफिस से रिजाइन क्यों नहीं दे …
मेरे घर पर मेरी सहेली महिमा आती है जब महिमा घर पर आती है तो मैंने महिमा से कहा कि आज तुम काफी दिनों बाद घर पर आ रही हो तो महिमा मुझे कहने लगी की राधिका तुम तो जानती ही हो कि घर में कितना ज्यादा काम रहता है …
कॉलेज की पढ़ाई पूरी हो जाने के बाद मैं अपने करियर को लेकर बहुत ही चिंतित था लेकिन मेरी चिंता उस वक्त दूर हो गई जब मेरी जॉब लग गई। मेरी अब जॉब लग चुकी थी और हर महीने मुझे तनख्वा मिलती तो मैं काफी खुश होता और पापा भी …
वो शायद जून समाप्त या जुलाई शुरूआत की बरसात की रात थी। मैं और मेरी बीवी मेरठ से अपने एक रिश्तेदार के यहाँ से घुमकर अपने घर वापस आ रहे थे। कि अचानक बारिश होने लगी और हमने सोचा कि कहीं रूक जाएंगे पर रास्ते में कहीं कुछ नहीं और …
कॉलेज का पहला दिन था जब मैं उस दिन आशा से मिला तो मैं काफी ज्यादा खुश था आशा और मेरी पहली बार ही मुलाकात हुई थी। मुझे आशा के साथ बहुत ही अच्छा लगा मुझे ऐसा लग रहा था जैसे कि मैं आशा से सिर्फ बातें ही करता जाऊं, …