लुधियाना बस स्टेंड पर मिली सेक्सी लड़की- Punjaban ki Chudai
- By : Admin
- Category : Punjaban ki Chudai, XXX Story, XXX Story in Hindi
हेलो फ्रेंड्स, मैं प्रिंस फ्रॉम लुधियाना। मैं २५ साल का हु। मैं सिरसा का रहने वाला हु और अपनी फॅमिली के साथ रहता हु। आई एम् ए गुड बिज़नसमेन। मेरा रंग गोरा और हाइट ५।८ फिट है।
मेरा लंड ६।५ इंच लम्बा और ३ इंच मोटा है। ये मेरी पहली स्टोरी है। मैं इस सेक्स वेबसाइट पर बहुत सी स्टोरी पढ़ चूका हु। लेकिन ज्यादातर स्टोरी सेम सी लगती है या फेक होती है।
लेकिन मेरी स्टोरी एकदम अलग और ओरिजिनल है। अब मैं सीधा स्टोरी पर आता हु। मेरा एक कपडे का शोरूम है सिरसा में।
इस लिए मुझे कपडे खरीदने के लिए अक्सर लुधियाना जाना होता था। बात आज से २ साल पहले की है। मैंने सिरसा से लुधियाना बस स्टैंड पहुचा। दोपहर के १ – १:३० बज रहे होंगे करीब।
वो बोली समय आने पर चूत दे दूंगी- Girlfriend ki Chudai, College Sex Stories
मुझे बस स्टैंड पर किसी से मिलना था, इसलिए मैं वहीँ रुक कर उसका वेट कर रहा था। मैंने देखा, कि एक ब्यूटीफुल लड़की, जिसकी हाइट कोई ५।३ फिट होगी। रंग एकदम गोरा था और उसका फिगर ३४ – २८ – ३४ होगा।
वो मेरे सामने खड़ी थी। वो भी शायद किसी का वेट कर रही थी। वो अमृतसर से आई थी। काफी देर के बाद उसे कोई लेने नहीं आया, तो वो उदास ही हो गयी थी। मेरी प्रॉब्लम है, कि मुझ से किसी कि उदासी नहीं देखी जाती है।
इसलिए मैं उसके पास गया और पूछा, कि आपको कहाँ जाना है? वो मेरी तरफ देखी और बोली – मैं यहाँ पर किसी से मिलने आई हु। लेकिन उसके पास मेरे लिए टाइम ही नहीं है।
मैंने इस चीज़ का फायदा उठाया। मैंने कहा – कोई बात नहीं। मैं भी सिरसा से आया हु। मुझे भी किसी ने लेने आना है। जब तक वो नहीं आ जाता है। हम कहीं जाकर रेस्ट कर लेते है।
वो मान गयी और हम बस स्टैंड से बाहर निकले और सामने के होटल तन्वी में एक रूम ले लिया। रूम में घुसते ही, मैंने रूम कि कुण्डी लगा ली। वो फ्रेश होने चली गयी।
मैंने खाने के लिए आर्डर किया और वेटर से कंडोम भी मंगवा लिया। वेटर आया और खाना – कंडोम दे कर चले गया। हमने साथ में खाना खाया और फिर वहीँ पर लेट गए।
फिर उसने बताया, कि वो जिस से मिलने आई है, वो उसका ऍफ़बी फ्रेंड है। लेकिन उसने उसको धोखा दिया है। एक बात और बताऊ, उस दिन उसने सफ़ेद कलर का पयाजामी सूट पहना हुआ था और वो उसमे कयामत लग रही थी।
मैंने सोचा, क्यों ना उसका फायदा उठाया जाए। मैंने उसको अपनी फ्रेंडशिप का प्रोपोज कर दी। वो एकदम से मान गयी। मैं उसके करीब आ गया। मैंने उसको हग कर दिया।
फिर मैं उसको किस करने लगा। किस करने के साथ मैं उसके बूब्स को भी मसलना शुरू कर दिया। मैंने उसके होठो को चूस रहा था। वो मदहोशी में सिस्कारिया भरने लगी थी। मैं समझ गया, कि आग दोनों तरफ बराबर की लगी है।
फिर मैं उसको किस करते हुए नीचे कि तरफ आया। मैंने उसके पेरो को चुसना शुरू कर दिया। मैं उसके पेरो को किस करते हुए ऊपर कि तरफ जा रहा था। वो उतेजित होने लगी थी।
मैंने उसको कमीज़ उतारने को कहा, तो उसने झट से अपनी कमीज़ उतार दी। उसने वाइट कलर की ब्रा पहनी हुई थी। मैंने उसकी ब्रा के ऊपर से ही उसके बूब्स को सक करना शुरू कर दिया था।
बूब्स सक करते हुए, मैंने अपने दुसरे हाथ से उसकी सलवार का नाडा खोल दिया। अब वो मेरे सामने सिर्फ वाइट ब्रा और पेंटी में थी। मैंने भी झट से अपने सारे कपडे उतार दिए। अब मैं भी सिर्फ कच्छे और बनियान में था।
मैंने अपनी बनियान भी उतार दी और अब मुझ से बिलकुल भी नहीं रहा जा रहा था। मैं भूखे शेर कि तरह उस पर टूट पड़ा और उसे बेड पर डाल दिया। मैंने उसकी ब्रा और पेंटी को एक ही झटके में खीच कर उतार दिया।
जब मैंने उसकी पेंटी उतारी, तो मैं एकदम से हैरान रह गया। उसकी चूत एकदम क्लीन शेव थी। मैंने किस करते हुए, एक ऊँगली उसकी चूत पर रखी। वो एकदम से तड़प उठी। फिर मैंने एकदम से ऊँगली को उसकी चूत में घुसा दी।
ऊँगली चूत में जाते ही, वो झड़ गयी। मैंने उसके पानी को साफ़ किया और अपनी जीभ से उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया। वो पागल होने लगी और मेरा सिर अपनी चूत में दबाने लगी। १५ मिनट के बाद वो दोबारा झड़ गयी। अबकी बार मैंने उसको मेरा लंड सक करने को बोला।
उसने मेरे अंडरवियर का नाडा खोला और मेरे लंड को बाहर निकाला। वो मेरे लंड को देख कर डर गयी और बोली – बहुत बड़ा है आपका। मैं तो मर ही जाउंगी। मैंने उसको समझाया और लंड को सक करने को कहा।
वो मान गयी और मेरे लंड को अपने मुह में ले कर सक करने लगी। वो ऐसे चूस रही थी, जैसे कोई लोलीपोप चूस रही हो। कोई २० मिनट के बाद, मैं उसके मुह में ही झड़ गया।
उसने सारा पानी पी लिया और जीभ से मेरे लंड को साफ़ किया। इस बीच वो एक बार फिर से झड़ गयी। अब हम दोनों बेड पर आ गए और एक दुसरे को किस करने लगे। इस बीच मेरा लंड लोहे की रोड कि तरह खड़ा हो गया।
मैंने अब उसको सीधा लिटाया और अपने लंड पर कंडोम चढ़ाया। वो कहने लगी, प्लीज धीरे से करना। नहीं तो मैं मर जाउंगी। मैंने उसको किस किया और अपने लंड का टोपा उसकी टाइट चूत पर रखा।
जैसे ही मैंने झटका मारा, तो मेरा टोपा उसकी चूत में चला गया। अभी तो केवल टोपा ही अन्दर गया था, कि वो जोरो से चिल्लाने लगी। वो बोल रही थी, प्लीज इसे बाहर निकालो।
मैंने उसकी एक ना सुनी और अगले झटके से उसकी सील तोड़ दी। अब मेरा पूरा लंड उसकी चूत में जा चूका था। वो चिल्लाने लगी और उसकी चूत से खून आने लगा था। मैंने झट से उसके होठो को अपने होठो से सील कर दिया।
वो दर्द से तड़प रही थी। मुझे डर लगा, इसको कहीं कुछ हो ना जाए। मैं रुक गया और वैसे ही पड़ा रहा। वो रोये जा रही थी। मैंने उसके बूब्स को मसलना शुरू कर दिया।
कुछ ही देर में वो नार्मल हो गयी और मैंने टाइम की नजाकत को समझते हुए अपना काम शुरू कर दिया। मैंने धक्के मारने लगा था और वो भी अब अपनी गांड को उठा कर चुदवाने लगी थी।
वो जोर – जोर से आवाज़े निकाल रही थी। फक मी। चोदो मुझे जोर से। इस से मैं और भी ज्यादा उतेजित हो गया और मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी। मैंने कोई ३० – ४० मिनट उसको चोदा होगा और उसके बाद मैं झड़ गया। इस बीच वो भी २ बार झड़ चुकी थी। उसे बहुत मजा आया और वो मुझे किस करती रही।
२० मिनट के बाद, मैं फिर से तैयार हो गया और इस बार मुझे उसकी गांड मारने कि सोची। वो मना कर रही थी। मैंने उसको बड़ी ही मुश्किल से राज़ी किया और उसकी गांड के छेद पर अपना थूक फेंका।
फिर मैंने अपना हथियार उसकी गांड के छेद पर रख दिया और झटका मारा। वो लेकिन साइड में फिसल गया। मैंने अपना कंडोम उतार दिया और उसको अपना लंड सक करने को कहा। उसने सक कर के गीला कर दिया।
मैंने उसको घोड़ी बनाया और उसके हाथो को पीछे जाकर पकड़ लिया और उसके मुह को चुन्नी से बांध दिया। अब मैंने गांड के छेद पर लंड रखा और जोरदार झटका मारा। इस बार आधा लंड उसकी गांड में चला गया। वो चिल्ला रही थी। उसको बहुत दर्द हो रहा था। उसकी गांड में से खून आने लगा था।
मैंने फिर से डर गया और मैंने सोचा, कि कुछ नहीं होगा। जो होगा देखा जाएगा। मैं अब सोफे पर बैठ गया और उसको अपने ऊपर आने को कहा। वो मान गयी। मैंने पहले उस से अपना लंड सक करवाया और फिर उसको ऊपर बैठाया।
जैसे ही वो मेरे ऊपर बैठी, मैंने अपना सारा लंड उसके ऊपर डाल दिया। वो फिर से तड़पने लगी। मैंने फिर उसको उठने नहीं दिया और उसके बूब्स को मसलने लगा।
मैंने उसकी पीठ को चूमना शुरू कर दिया। वो अब नार्मल हो गयी और अब उस ने खुद ही उछल – उछल कर चुदाई शुरू कर दी। मुझे भी बहुत मजा आ रहा था।
अब वो थक चुकी थी। अब मेरी बारी थी उसको फिर से घोड़ी बनाकर चोदने की। मैंने उसको घोड़ी बनाया और जोर – जोर से झटके मारने लगा। वो सिस्कारिया भर रही थी। मैं भी अब झड़ने वाला था।
मैंने जब उसको बताया, तो उसने कहा कि अन्दर ही डाल दो। फिर मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और उसकी गांड में ही झड़ गया। वो बहुत खुश थी और बोली, अगर आज तुम ना होते, तो मैं अपनी चूत कि प्यास को बुझा नहीं पाती। उसने मुझे थैंक्स कहा और किस करने लगी। मेरा मन और करने का कर रहा था। लेकिन वो भी थक चुकी थी और मैं भी।
मुझे मार्किट भी जाना था। मैं जल्दी से तैयार हुआ और जिस के साथ जाना था उसको फ़ोन कर के होटल ही बुला लिया। तो दोस्तों, ये थी मेरी कहानी। प्लीज बताना, कि आपको पसंद आई के नहीं।
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