चाची भतीजा की जबरदस्त चुदाई- chachi ki chudai
- By : Admin
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कहानी का शीर्षक काफी गरम और कामुक है ना !
दोस्तों, ये कोई कहानी नहीं है मेरे साथ हुई एक सच्ची कामुक और गरम घटना है।
जब मेरे चाचा की शादी हुई थी, मै 18 साल का था और मेरी चाची मुझसे 10 साल बड़ी होगी।
मेरी चाची एक दम गोरी और चिकनी इंडियन औरत थी।
कभी-कभी मुझे उनकी सफ़ेद चिकनी टांगे उनकी धोती मे से दिख जाती,
तो मेरी मेरी फुन्नी एकदम से खड़ी हो जाती।
तब तो मै काफी छोटा था, तो मुझे किसी बात का पता नहीं चलता;
लेकिन, जब मै बड़ा हो गया; तब मुझे पता लगा, कि मै अपनी गरम औरत चाची को कब से चोदना चाहता था।
लेकिन, हाय रि चाची भतीजा की किस्मत ! तब तक हम सब अलग-अलग हो चुके थे।
शायद कुछ सालों के बाद मेरी किस्मत मेरे पर मेहरबान हो गयी और मुझे उनको चोदने का मौका मिल गया।
गांव का मेला
हम लोगो के पुश्तैनी गांव में कुछ मेला था और हम लोगो का परिवार काफी रसूख रखता था,
तो गांव के मेले में हम सबको बुलाया गया था।
मै बार ही जा रहा था और हम लोग वहाँ पर बही हवेली में रहने वाले थे।
मेले वाले दिन, लोगो ने काफी नशा कर लिया और सब लोग मेले के कामो में लगे हुए थे।
मुझे बड़ी जोर से टट्टी लगी, तो मै नशे की हालत मे ही घर आ गया और जब मै टट्टी करके वापस जाने लगा;
तो देखा चाची सोयी हुई थी और पंखे की हवा से उनकी सारी उडक़र उनके घुटनो के ऊपर जाकर उनकी गोरी चिकनी जांघो का प्रदर्शन कर रही थी।
इंडियन औरत की मचलती हुई गरम जवानी को देखकर मेरा सारा नशा हवा हो गया और मेरा लंड एकदम खड़ा हो गया फुंकारना लगे।
मैने आंव-ना-देखा-ताव और पहुंच गया, चाची के बिस्तर के पास और मैने अपनी शर्ट और पेंट उतारकर
सिर्फ अंडरवियर में आया गया और उनको घूरते हुए,
उनके पैरो के पास बैठकर उनके पैरो को चूसने रहा।
चाची के आँख खुल गयी, लेकिन मेरे चुम्बन इतने कामुक और गरम थे,
कि इंडियन औरत मुझे हटा नहीं पायी और उसका शरीर मस्ती में ऐठने लगा
और वो मस्ती में अपने पैरो को मस्ती में चला रही थी और उनकी साँसे तेज हो चुकी थी
और मस्त मंद आवाज़ उनके मुँह से निकल रही थी ऒऒऒ। उउउउउउउउउ
चाची गर्म हो गयी
मुझे लगा, कि चाची फँस गयी है और गरम हो चुकी है। मैने चाची की साड़ी को ऊपर खिसका दिया और अपनी जीभ जांघो को चाटने लगा।
अब चाची के साँसे बहुत तेज होने लगी थी और वो मस्ती में अपनी टाँगे तेज चलाने लगी थी।
मैने अपने हाथो से चाची की टाँगे पकड़ ली और अपने मुँह को चाची की चूत में घुसा दिया
और अपने हाथो से इंडियन औरत के चूतडो को पकड़कर अपनी एक ऊँगली को उनकी गांड के छेद पर रखकर हलके-हलके अंदर घुसाने लगा।
मेरी ऊँगली चाची की गांड में थी और अब उनसे ज्यादा रुका नहीं गया, तो वो एक दम उठ गयी और मुझे देखकर चौक गयी।
लेकिन, वो इतनी गरम हो चुकी थी और मेरे खड़े लंड को देखकर वो मेरे पास आ गयी।
उन्होंने मेरा अंडरवियर उतार दिया मेरे खड़े लंड को अपने हाथो में ले लिया और मस्ती में उसे सहलाने लगी।
मैने चाची के बालो को पकड़ा और उनके मुँह को खोलकर अपने लंड को पूरा उनके मुँह मे बाड़ दिया
और उनके बालो को कसकर पकड़कर उनके मुँह को चोदने लगा।
वो चिलाना चाहती थी, लेकिन मेरा बड़ा लंड उनके मुँह में फसा था,
चिल्ला नहीं पायी बस उनके मुँह से घू-घु-घु निकलती रही और मै उनके मुँह को चोदता रहा।
अब शुरू हुयी चूत चुदाई
अब मै बहुत ही जयादा गरम था और चाची भतीजा के लंड से खेल रही थी।
मैने इंडियन औरत को बिस्तर पर लिटा दिया और उनकी टांगो को खोल दिया और अपने लंड को इंडियन औरत की चूत पर रगड़ने लगा।
इंडियन औरत मस्ती में मचल रही थी और मेरे लंड को अपने हाथो में पकड़कर अपनी चूत पर मस्ती रगड़ने लगी और धीरे-धीरे अपनी चूत में घुसने लगी।
मैने अप्ब धीरे-धीरे अपनी गांड को धक्का कर दिया और एक जोर से धक्के के साथ अपने पुरे लंड को इंडियन औरत की चूत में घुसा दिया।
मेरे लंड के अंदर के जाते ही, चाची के मुह से निकला मर गयी, बहुत मोटा है आआआ —-ओर्र्र्र्र्र –तेज तेज और तेज।
इधर से मै अपनी गांड को तेज चला रहा था और उधर से अपनी गांड को हिलाकर मेरे लंड को और अंदर ले रही थी।
धक्को की प्रतियोगिता
चाची भतीजा कुछ देर तक धक्को की प्रतियोगिता करते रहे और चाची कुछ तेज झटको के बाद अपना माल छोड़ दिया
और मैने भी कुछ देर में चाची के टांगो को पकड़कर जोदार धक्को के साथ अपना माल चाची के चूत के अंदर छोड़ दिया।
हम दोनों को ही मज़ा आ गया था।
चाची ने मुझे अपने पास खींचा और मेरे होठो को चूसना शुरू कर दिया और मेरे रस छोड़ चुके लंड को अपने हाथो में ले लिया
और मस्ती में उसको मसलने लगी। मेरे लंड ने फिर से खड़ा होना शुरू कर दिया।
मेरी भी गांड में ऊँगली
मैने चाची की चूत को छूने की कोशिश की,
उन्होंने मेरे हाथ को पीछे कर दिया और मुझे लिटाकर मेरे ऊपर आ गयी गांड को अपनी जीभ से चाटने लगी
और अपनी ऊँगली से मसलने लगी।
मेरा गांड का छेद पूरा उनके थूक में भीग चूका था
और इंडियन औरत ने अपनी २ ऊँगली मेरी गांड में घुसा दी;
मेरे मुह से बड़ी तेज चीख निकल गयी आआआआआआआआअ मर गया,चाची धीरे से !
फिर उन्होंने कुछ देर अपनी ऊँगली से मेरी गांड मारी और
फिर अपनी उंगलिया निकाल ली ली।
मेरा लंड फिर खड़ा हो चूका था गांड का छेद दर्द कर रहा था।
तभी चाचा जी के आने की आवाज़ आई और चाची बाथरूम में भाग गयी और मै अपने कमरे मे।
उस दिन रात को सबके सोने के बाद चाची मेरे कमरे में आई और पूरी रात चुदाई की
और साथ-साथ उसकी गांड भी मारी।
लेकिन चाची ने अपनी उंगलियो से मेरी गांड का भी बुरा हाल कर दिया। उस दिन के बाद, हम वहाँ जितने दिन रहे, चाची को मस्त चोदा।
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