मेरी शादी प्रमोद से हो तो चुकी थी लेकिन मैं बहुत ज्यादा उदास हो चुकी थी मुझे समझ नहीं आया कि मुझे क्या करना चाहिए मैं बिल्कुल भी यकीन नहीं कर पाई की क्या उसी प्रमोद से मेरी शादी हुई है जो घंटों मेरा इंतजार कॉलेज के बाहर धूप में …
जब पिताजी ने मुझे मोटरसाइकिल दी उस वक्त मैं कॉलेज में ही था मेरे दोस्तों के पास पहले से ही मोटरसाइकिल थी और सब लोग बड़ी ही मस्तियां किया करते थे अब मेरे पास भी मोटरसाइकिल आ चुकी थी। पिताजी ने अपनी तनख्वाह से मेरे लिए मोटरसाइकिल ले ली अब …
मेरी और अभिलाषा की शादी को हुए 15 वर्ष हो चुके हैं हम दोनों दिल्ली में रहते हैं हम दोनों ही एक अच्छी नौकरी में कार्यरत हैं लेकिन हम दोनों के पास समय नहीं हो पाता इसलिए हमने अपने बेटे रोहन को पढ़ने के लिए बोर्डिंग स्कूल में भेज दिया …
यह वह समय था जब हर कोई अपना कॉलेज पूरा करना चाहता था यह सभी के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ था। कई रिश्ते बनते कुछ अलग हो जाते और कुछ तो यूं ही टूट जाते लेकिन मैं किसी के साथ प्यार में था। हमने अपना रिश्ता इसलिए शुरु किया क्योंकि …
मम्मी मुझे कहती है कि रजत बेटा तुम मेरे साथ पटना चलोगे मैंने मां से कहा लेकिन मां मैं पटना आकर क्या करूंगा तो मां कहने लगी बेटा तुम्हारे मामा जी की तबीयत ठीक नहीं है इसलिए मैं सोच रही थी कि यदि तुम भी मेरे साथ पटना चलते तो …
बचपन से ही घर में आए दिन मां पापा के झगड़े देखकर मैं परेशान हो गई थी मेरे शराबी बाप ने मुझे कभी अपनी बेटी समझा ही नहीं मेरी मां की जिंदगी तो उन्होंने पूरी तरीके से खराब कर ही दी थी लेकिन उसके बावजूद भी मां चाहती थी कि …
मेरे माता पिता ने मुझे पढ़ाई के लिए विलायत भेज दिया जब वहां मेरी पढ़ाई पूरी हो गई तो उसके बाद मैं वापस कोलकाता लौट आया। जब मैं कोलकाता लौटा तो मैंने अपने आगे के भविष्य के बारे में कुछ सोचा नहीं था मैं पापा के कारोबार को सम्भालना नहीं …
मेरे छोटे भाई मोहन का मुझे फोन आता है और मोहन से मेरी बात होती है तो मोहन मुझे बताता है कि उसका कॉलेज अच्छे से चल रहा है सुबह के वक्त ही मोहन का फोन आ गया था। पिताजी के देहांत के बाद अब घर की जिम्मेदारी मेरे ऊपर …
मैं अपने मायके जयपुर गई हुई थी जयपुर में मैं करीब 15 दिनों तक अपने मम्मी पापा के पास रही मेरे भैया भाभी विदेश में रहते हैं और वह लोग कम ही जयपुर जाया करते हैं इसलिए मैं अपनी मां से मिलने के लिए कभी कबार आ जाए करती हूं। …
मैं कॉलेज के अंतिम वर्ष में था उसी दौरान मेरे पिताजी की जॉब छूट गई और वह घर पर ही रहने लगे उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता था इसलिए घर की स्थिति और खराब होने लगी थी। मैं अपना कॉलेज पूरा होते ही जॉब की तलाश करना चाहता था लेकिन …