मेरी उम्र छब्बीस साल है और मैं सरकारी दफ़्तर में ऑडिटिंग ऑफिसर हूँ और हमारे दफ़्तर की शाखायें पूरे देश में हैं और अक्सर मुझे काम के सिलसिले में दूसरे शहरों की शाखाओं में कुछ महीनों के लिये जाना पड़ता है। मैं शादीशुदा नहीं हूँ इसलिये मुझे इसमें कोई दिक्कत …
दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा आपके लिए एक ओर मस्त कहानी लेकर हाजिर हूँ मैं एक स्कूल में अध्यापिका हूँ ये मात्र 12थ कक्षा तक का स्कूल है शाम को अक्सर मे नदी-तालाब के किनारे घूमने निकल जाती हूँ ऐसे ही एक दिन मे तालाब के किनारे घूम …
शुरुआत- सुंदरियों का परिचय यह दुनिया के सबसे शक्तिशाली व्यक्ति “बादशाह” के खंड हिन्दुस्तान के समृद्ध शासन का समय था। अखंड हिन्दुस्तान के खलीफा महान तैमूर महान के वंशजो में से एक जिसका हिन्द की राजधानी दिल्ली में शासन था। इनके की पूर्वजो ने दुनिया के अब तक के सबसे …
“ये मैं कहा हूँ. मैं तो अपने कमरे में नींद की गोली ले कर सोई थी.मैं यहा कैसे आ गयी ? किसका कमरा है ये ?” आँखे खुलते ही आलिया के मन में हज़ारों सवाल घूमने लगते हैं. एक अंजाना भय उसके मन को घेर लेता है. वो कमरे को …
मैं अपनी साड़ी लपेट चुकी थी और बालो को आखिरी स्वरुप दे रही थी की तभी सासु माँ की आवाज़ आयी की तैयार हुई की नहीं, सब लोग आ चुके होंगे ज्यादा देर नहीं करते अब। मैं तुरंत कंघा नीचे रखते हुए बोली हो गया बस और कमरे से बाहर …
यह सैम है, 29 साल का, ऊर्जावान, मिलनसार आदमी, मुंबई से। मुझे सभी प्रकार की योनियाँ युवा और बूढ़ी पसंद हैं और मिल्फ़्स के लिए विशेष आकर्षण भी। मेरा कद 5’11” है, और मेरा लिंग भी सामान्य 6 इंच का है लेकिन बहुत मोटा है। इसके अलावा, मैं महिलाओं की …
आगरा के पास एक गाँव लखनपुर के जमींदार दशरथ सिंह चौहान अपनी पत्नी सुनीता और दो बेटों के साथ रहते थे.बड़ा बेटा विवेक पिता के जमींदारी और खेती बाड़ी के काम काज में अपना हाथ बंटाता था और दूसरा बेटा गौरव अभी अभी आगरा से बी कॉम की पढाई पूरी …
मेरा नाम अदिति है, और मैं एक 34 वर्षीय गृहिणी हूँ। मैंने 29 साल की उम्र में अपने पति अमित से शादी कर ली। लगभग 3 महीने पहले, हमें एक सुंदर बच्चे का आशीर्वाद मिला था। और अब हम एक पूरा परिवार थे। कहानी शुक्रवार की सुबह से शुरू होती …
ट्रक हिचकोले खाते हुए पंजाब की कच्ची सड़क को पार करता अपने मुकाम की ओर बढ़ रहा था। ट्रक में जमा ‘माल़ ‘ 14 औरतें / लड़कियां थी। कुछ कुंवारियां थी जिन्हें मुंबई या दिल्ली में काम दिलाने का वादा किया गया था पर अब किसी की गुलाम बनने वाली …
कभी वो मुझे मेरी माँ सी लगती थी तो कभी बहन का प्यार देती थी ,वो मेरी सबसे अच्छी दोस्त भी थी जिससे मैं दिल खोलकर अपनी बाते कर सकता था ,माँ बाप के जाने के बाद वही तो थी जिसने मुझे सम्हाला था ,हर दर्द मे साथ थी वो …