अम्मी ने अब्बू और भाई का लोड़ा लिया- Muslim Sex Story
- By : Admin
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मैं खिड़की के पास ही खड़ा था और आज भी मैंने खिड़की के काने से अन्दर देखा तो अम्मी अब्बा के साथ मेरा बड़ा भाई गुल भी ऊपर के कमरे में जा रहा था। दोस्तों मेरा नाम हसनैन हैं और मैं लखनऊ से हूँ।
मेरे घर में मैं, मेरी अम्मी जमीला, अब्बू सरताज खान और मेरा सौतेला भाई गुल खान रहते हैं। गुल भाई अब्बू की पहली बीवी से हैं और यह मेरी खरी अम्मी हैं। मेरा यह बड़ा भाई मेरी अम्मी को अब्बा के साथ में मिल के चोदता हैं जो मैं देखता हूँ।
जी हाँ मेरी सेक्सी अम्मी को चोदते हुए मैंने अपने अब्बा को और बड़े भाई को कई दफा देखा हैं। और आज की इस हॉट कहानी में मैं आप लोगो को मेरी अम्मी की एक थ्रीसम चुदाई के बारे में बता रहा हूँ।
अब्बा ने मालिश करने के बहाने मेरी टांगे उठा डाली | Muslim Hindi Chudai Kahani
खिड़की के अन्दर देखा तो वो लोग ऊपर के बेडरूम में चले गए। फिर मैं भी घर में आ गया चुपके से और सीढियों पर दबे पाँव से चढ़ के अम्मी के बेडरूम के पास खड़ा हो गया। अंदर से आवाजे आ रही थी।
अब्बू: जमीला पहले इसका चुसो फिर मेरा, तब तक तुम इसे हिलाओ न।
मैं समझ गया की अब्बू ने अम्मी को भाई का लोडा चूसने के लिए कहा था। मैंने अन्दर का सिन देखने के लिए आँखों को दरवाजे के ऊपर लडको की दरार पर रख दिया।
अम्मी घुटनों के ऊपर बैठी हुई थी और उसके मुहं में गुल भाई का लंड था। गुल भाई का लवड़ा बहुत ही बड़ा हैं, सच कहूँ तो अब्बा से भी बड़ा हैं भाईजान का लंड।
शायद पुरे ८ इंक का हैं। अम्मी ने अपने हाथ में अब्बू का लंड पकड़ा था और वो अपने मुहं में भाई का लवड़ा भर के चूस रही थी। अम्मी के ४० इंच के बूब्स भी बहार लटक रहे थे। इन बूब्स में अब जान नहीं बची थी क्यूंकि अम्मी ४३ साल की हैं और उसके बूब्स एकदम झूले हुए हैं।
भाईजान ने अपने एक हाथ से अम्मी के इन चुन्चो को पकड़ा और दबाया। किसी स्पोंज को दबा रहा हो ऐसा ही अहसास मिला होगा भाईजान को। देखते ही देखते भाईजान के लंड में एकदम नया जोश आ चूका था। अम्मी ने उसे एक मिनिट और चूसा और फिर उसे अपने मुहं से बहार निकाल दिया।
अब गुल भाईजान बेड पर लेट गए और अब्बू ने अपना लवड़ा अम्मी को चूसने के लिए दे दिया। अम्मी ने अब अब्बा के लवडे को मुहं में डाल के चूसा और उसे भी एकदम टाईट कर दिया। अब्बू के लंड को मुहं से निकालने के बाद अम्मी ने भाईजान से कहा।
अम्मी: पहले तू लेगा या अब्बा को लेने देगा?
भाईजान: साथ में ही करते हैं ना, मैं पीछे लूँगा आज पहले।
अम्मी: तुम लोगों को पता नहीं पीछे इस गु वाले छेद में क्या अच्छा लगता हैं। मेरे से तो घर का काम भी नहीं होता हैं पीछे डलवा के।
अब्बा: अबे जमीला डार्लिंग पीछे जो मजा हैं वही तो सेक्स का असली मजा हैं मेरी जान। चल गुल तू पीछे से ले मैं तेरी अम्मी को गोदी में ले लेता हूँ।
गुल भाई उठ गए और अम्मी को गोदी में लेने के लिए अब्बा बेड पर सो गए। अम्मी ने अब्बा का लवड़ा अपने हाथ में पकड़ा और उसे अपनी चूत पर रख के वो बैठ गई।
गुल भाईजान का लवड़ा थोडा ढीला हुआ था इसलिए उन्होंने उसे हाथ से हिला के टाईट किया और फिर अम्मी की गांड पर अपनी ऊँगली से थूंक लगाने लगे।
इतने में अम्मी ने अब्बा के लवडे के ऊपर आसन लगा के उसे अपने अन्दर ले लिया था। अम्मी के बूब्स की तरह ही उसकी चूत भी एकदम ढीली थी। अब्बा ने अम्मी के बूब्स पकडे और उन्हें दबाने लगे। अम्मी अपनी चूतड को हिला के अपनी चूत अब्बू के लवडे पर घिस रही थी।
गुल भाई ने अब अम्मी की गांड के कुलहो को अपने हाथ से खोल के अन्दर थूंक दिया। अम्मी ने कहा, रुको पहले ऊँगली करो सीधे अपना लंड मत डाल देना।
गुल भाई ने हंस के अम्मी की गांड में अपनी एक ऊँगली डाली और उसे चोदने लगे। जब भाई ने ऊँगली वापस निकाली तो अब्बा ने कहा, जमीला घिसो न अपनी चूत को।
अम्मी अपनी गांड हिला के चूत को अब्बा के लंड पर घिसने लगी। अब गुल भाई ने अपना लवड़ा गांड में देने के लिए फिर से कुलहो को खोला और अपने लंड की नौक को उन्होंने गांड के छेद पर लगा दी।
फिर अम्मी १० सेकंड के लिए रुक गई। भाई ने अम्मी की गांड में आधा लंड डाल दिया और अम्मी कराह उठी: आह बहुत दर्द हो रहा हैं मुझे गुल, धीरे से नहीं डालते तुम कभी भी!
अब्बा: गुल आराम से करो बेटा, अम्मी को दुखा तो फिर हम दोनों को चोदने नहीं देगी।
यह सुनके अम्मी ने अब्बा को छाती पर प्यार से मारा और बोली, जूठे कहीं के सेक्स के लिए हमने कब मना किया आप दोनों को।
गुल भाई ने अब लवड़ा पूरा गांड में डाल दिया और अम्मी की मस्त सेक्स सेंडविच बन गई। अब मैंने देखा की अम्मी की चूत अब्बा निचे से ले रहे थे और गुल भाई पीछे खड़े हुए अम्मी की गांड को पेल रहे थे। अम्मी भी अपने बूब्स हिला हिला के दोनों लंड का मजा लूट रही थी।
यह पोज़ीशन और ४-५ मिनट्स तक चली और फिर गुल भाई ने अपना लंड निकाल लिया। अब्बा ने भी चूत में से अपना लवड़ा निकाल लिया और फिर वो पीछे आ गए।
अब अम्मी की चूत में गुल भाई का लंड था और अब्बा उनकी गांड मार रहे थे। मुझे इन तीनो की चुदाई देखने में और १०-१५ मिनिट निकल गए।
जब दोनों ने साथ में अपने लंड को हिला के अम्मी के मुहं पर वीर्य की पिचकारियाँ मारी तब मैं उलटे पाँव निचे उतर के घर से बहार चला गया!
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