ट्रेन में मिली आकांक्षा ने मेरा मोटा लंड लिया- Train Me Chudai
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हेल्लो फ्रेंड आई ऍम बेक विथ सेक्स स्टोरीज। आई ऍम समीर फ्रॉम नॉएडा। आई ऍम २५ इयर्स ओल्ड। माय हाइट इस ५।६ इन्च एंड माय लंड साइज़ इस ५।५ इंच। यह स्टोरी मेरी और आकांक्षा कि है जो मुझे २ साल पहले ट्रेन में मिली थी जब में लखनऊ से मुरादाबाद जा रहा था अपनी छुट्टिय ख़तम कर के। उसकी उम्र २२ साल कि थी और हाइट ५ फीट १ इंच और फिगर साइज़ ३०, २८, ३० का था। उसका रंग गोरा था।
दीखने में बहुत ही मस्त और सुंदर थी। जब में लखनऊ से ट्रेन पिक कि तब ट्रेन में बहुत भीड़ थी। और क्यूंकि मुझे रिजर्वेशन नहीं मिला था इसलिए मुझे जनरल डब्बे में जाना पड़ा और जैसे ही ट्रेन में चढ़ा मैंने देखा कुछ लड़के एक लड़की के पास खडे थे और उस लड़की का नाम आकांक्षा था।
मैंने देखा कि वो लड़के उस लड़की को बुरी नज़र से देख रहे थे। और बार बार उसे किसी न किसी बहाने से टच कर रहे थे और वो शायद अकेले होने कि वजह से कुछ नहीं कर पा रही थी। पर वो लड़की थी ही इतनी खूबसूरत कि कोई उसको झेड़े बिना न रह सके।
तंग चूत में बड़ा लण्ड का सफर ट्रेन में- Train Me Chudai
फिर ट्रेन चलने लगी और फिर जब शाहजहांपुर स्टेशन आया तो उस डिब्बे में और भी भीड़ हो गयी थी जिससे में उन लड़को के पास आ गया और वो लड़का जो परेशान कर रहा था उसको आगे कर दिया और भीड़ होने कि वजह से फिर बहुत देर में उसके पास ही खड़ा रहा।
फिर कुछ देर बाद उसकी नज़र मेरे पर पड़ी पर वो कुछ नहीं बोल आई और थोड़ी देर बाद किन्नर आ गए जो पैसे मांगने लगे और उलटी सीधी हरकत करने लगे।
एक किन्नर एक अंकल कि गोद में बैठ गयी और उस से पैसे मांगने लगी यह देख के आकांक्षा हंस पड़ी और मैंने भी मौके फायदा उठाया और बोल पड़ा कि यह तो इनकी पुरानी आदत है पैसे लेने के लिए कुछ भी और क्या क्या करते है।
फिर मैंने उनसे पूछा कि आप कहा जा रही है तो उसने बताया कि मुझे रामपुर जाना है और उसके बाद रुद्रपुर क्यूंकि में वहां जॉब करती हु और इससे हमारी बाते होने लगी।
फिर बरेली आने वाला था तो मैंने उससे किसी बहाने से नीचे झुक कर और धीरे से उससे पूछा कैन यु डू फ्रेंडशिप विथ मी ? इस बात का उसने कोई जवाब नहीं दिया तो में डर गया कि शायद उसको अच्छा नहीं लगा।
फिर १० मिनट बाद मैंने हिम्मत कर के उससे पूछा कि आप हम से नाराज़ है तो वो बोली नहीं फिर मैंने उनसे पूछा तो फिर मेरी बात का जवाब क्यों नहीं दिया।
फिर उसने मेरा नंबर मांगा और मैंने उनका मोबाइल लेकर अपना नंबर सेव किया और उनके नंबर से अपने नंबर पर एक मिस कॉल कर दी पर उसको इस बात का पता नहीं चला। फिर हम एक दुसरे से बात करने लगे और टाइम का पता ही नहीं चला कि कब रामपुर आ गया।
फिर स्टेशन आने वाला था सो में उसको स्टेशन पर उतारने के लिए उठा तो देखा उसके पास बहुत सामान था तो मैंने उसको पूछा इतना सामान कैसे ले जयोगी। उसने कहा देखती हु स्टेशन पर किसी से मदद मांग लुंगी। तो मैंने कहा अगर कोई प्रॉब्लम न हो तो में तुम को रुद्रपुर छोड़ दू।
फिर बाद में अपने कॉलेज चला जायूँगा। फिर उसने बोला ओके और हम साथ में रुद्रपुर निकल गए। हम रुद्रपुर के लिए बस में बैठे। और बस में हम ने खूब बाते कि और बहुत एन्जॉय किया। बस कि वजह से में उसे टच हो पा रहा था पर उसको कोई प्रॉब्लम नहीं हुई।
फिर भी में उस से टच होता वो एक स्माइल देती और फिर हम रुद्रपुर पहुच गए। में उसका लेकर बस से उतरा और एक रिक्शा किया और उसके रूम के लिए चल पड़े और मैंने उससे रास्ते में कहा कि तुम अपनी फ्रेंड को कॉल कर दो जिसके साथ तुम रहती हो। वो बोली उसकी फ्रेंड घर गयि हुई है और वो २ दिन बाद आएगी और बात करते करते उसका रूम भी आ गया।
फिर उसने जाकर अपना रूम खोला और में उसका सामान ले कर आ गया और रूम में जा कर बैठ गया। उसने मुझे पानी दिया और कोल्ड ड्रिंक लेन चली गयी। मैंने कोल्ड ड्रिंक पी और देखा टाइम तो बहुत हो लेट हो गया था। रात होने वाली थी तो में उसको बोला ब में चलता हु बहुत लेट हो गया है।
आकांक्षा बोली कि आज यही रुक जायो बहुत देर हो गयी है। सुबह चले जाना अगर तुम को कोई प्रॉब्लम न हो रुकने में मेरे साथ रूम पर।
मैंने भी ‘ओके’ बोल दिया।
फिर में फ्रेश होने चला गया और जब आया तो वो बेड पे लेट रही थी और अपनी शर्ट के बटन खोल रही थी। शायद उसको पता ही नहीं चला कि में बाथरूम से बाहर आ गया हु। आने के बाद जब मैंने उसको देखा तो देखता ही रह गया।
दिल कर रहा था बस अभी चोद दू इसे। जब उसको फर्स्ट टाइम ऐसे देखा तो ये ही फीलिंग आई मुझे पर मैंने अपने आप पर कण्ट्रोल किया और उसको आवाज़ लगायी।
एक दम से वो उठी और मुझे देख के चोंक गयी और बोली कि तुम कब आये और ज़ल्दी ज़ल्दी अपने शर्ट के बटन बंद करने लगी और बाथरूम जाने लगी और जाते हुए मुझे देख कर हलकी सी स्माइल भी दी उसने और मैंने सोचा कि आज तो कुछ होने वाला है।
फिर वो जल्दी से फ्रेश हो के आ गयी और फिर वो घर से जो खाना लायी थी वो हम दोनों ने साथ खाना खाया और फिर एक रूम और एक बेड होने कि बात सोचने लगी और बोली कि तुम ऊपर सो जाना और में नीचे सो जयुंगी।
मैंने कहा मेरी वजह से तुम परेशान मत हो में नीचे सो जायूँगा और तुम ऊपर सो जयो। ओके । और इसी बात पर हमारी बहस होने लगी।
फिर मैंने बोला एक काम करो यह डबल बेड है अगर तुम को कोई प्रॉब्लम न हो तो एक कोने पे आप सो जयो और एक पर में। पर नीचे मत लेटो । ओके। वरना मुझे अच्छा नहीं लगेगा।
फिर हम दोनों पलंग के कोनो पर लेट गए और बाते करने लगे। पता नहीं चला कि कब हम एक दुसरे के पास आ गए और आँख लग गयी। रात में मुझे महसूस हुआ कि कोई मेरे लोअर में हाथ डाल रहा है।
में सोने का नाटक करने लगा और धीरे धीरे आँख खोल कर देखा तो आकांक्षा मेरे लंड के साथ खेल रही थी। और फिर उसने मेरा लोअर उतर दिया और मेरा लंड को मुह में लेने लगी मुझ से रहा नहीं गया और मैंने उसका सिर पकड़ा और उसके मुह को चोदने लगा तो पहले तो वो डर गयी और फिर और जोर से लंड चूसने लगी।
कम से कम १० मिनट तक मेरे लंड को चुस्ती रही फिर मैंने सरे कपडे उतर दिए और खुद के भी सरे कपडे उतार दिए और पागलो कि तरह उसको किस करने लगा पूरी बॉडी पर और उसके निप्पल को अपने मुह में लेकर चूसने लगा जोर जोर से और वो सीसीई।। सीई। करने लगी और पागलो कि तरह मेरा मुह अपने बूब्स में दबाने लगी।
फिर मैं उसकी चूत चाटने लगा जो पहले से ही गीली हो रही थी और फिर हम ६९ पोजीशन में आ गए और दोनों एक दुसरे का चूसने लगे ओर फिर दोनों एक दुसरे के मुह में झड गए। फिर में उसके साइड में लेट गया और वो फिर से मेरा लंड चूसने लगी। मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया।
मैंने उसको लिटाया और उसकी चूत पर अपना लंड सेट किया पर वो थोडा डरने लगी शायद उसका फर्स्ट टाइम था। फिर मैंने उसको समझाया कि कुछ नहीं होगा जान।
फिर मैंने अपने लंड को थोडा गिला किया और एक ही झटके में पूरा का पूरा अन्दर घुसा दिया। वो एक दम से रोने लगी। और जोर से चिल्लाई मर।। गयी।।। निकालो इसे तो में थोड़ी देर रुक गया और उसको किस करने लगा।
फिर में जोर जोर के झटके देने लगा उसको दर्द हो रहा था क्यूंकि टाइट चूत थी पर फिर वो भी एन्जॉय करने लगी और मैंने अपनी स्पीड और तेज़ कर दी।
फिर हम दोनों झड़ने वाले थे तो वो बोली अन्दर मत करना तो मैंने तुरंत अपना लंड बाहर निकला और उसके में डाल कर उसके मुह को चोदना शरू कर दिया।
और में उसके मुह में झड गया और वो भी झड गयी। ऐसे हम ने पूरी रात एक दुसरे को चोदा और यह सब तब तक चला जब तक उसकी फ्रेंड के आने का टाइम नहीं हो गया।
तब में फिर अपना मुरादाबाद चला गया अपने कॉलेज और जब भी मुझे मौका मिलता है हम दोनों मिलते है या तो वो मेरे पास आ जाती है या में उसके पास चला जाता हु। और हम दोनों साथ में खूब एन्जॉय करते है और सेक्स भी करते है।
तो दोस्तों कैसे लगी मेरी कहानी अपने रेस्पोंस मुझे मेल करे।
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