उसकी गांड पर सब कुर्बान- Antarvasna Sex Story
- By : Admin
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मैं तब अपने कॉलेज में छात्रनेता था और सभी लड़के लडकियां मुझे अच्छे से जानते थे, मैं खुद कभी चुनाव में खड़ा नहीं हाउ था लेकिन हर चुनाव की तैयारियां करवाना – छात्रों की लॉबिंग करना – प्रचार वगेरह की जिम्मेदारियां देखना और ऐसे कितने ही काम मेरे जिम्मे होते थे और इस सब के लिए मुझे मुख्य चुनाव संयोजक की एक फर्जी सी पोस्ट दे रखी थी।
हर साल हम नए प्रत्याशी को ले कर आते और जिताते, मुझसे पहले मेरे सीनियर्स ने सात साल तक हमारे कॉलेज की सीट पर हमारी पार्टी का कब्ज़ा बनाए रखा था और अब मैं इस ज़िम्मेदारी को तीन बरस से निभाते निबाहते यहाँ तक पहुँच गया था।
चुनाव में हर कोई खडा होंना चाहता है लेकिन उसकी गणित सब नहीं जानते और ऐसे लोगों के लिए मेरे जैसे लोग तारणहार होते हैं।
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बबीता भी इन्हीं लोगों में से एक थी, वो हमारे कॉलेज में दो साल से पढ़ रही थी लेकिन उसे बस आते जाते देखा था कभी उस से बात नहीं हो पाई हालाँकि वो मेरे ग्रुप के लौंडों से बड़ी बतियाती थी लेकिन कभी मुझसे मुन्न्ह्जोरी नहीं की उसने।
बबीता को किसी ने चने के झाड़ पर चढ़ा दिया की इस कॉलेज में कभी कोई फीमेल चुनाव में नहीं खड़ी हुई तू ट्राय कर जीतेगी नहीं तो वोट तो काट ही देगी, वो बेवक़ूफ़ तुरंत ही निकल पड़ी झंडा ले कर चुनाव में खड़ी होने के लिए।
मुझे मेरे सीनियर्स का फ़ोन आया कि अगर ये लड़की खड़ी हुई तो सारे लौंडे इसी को वोट दे देंगे और हमारा बन्दा रह जायेगा, ये शायद विरोधी पार्टी की चाल थी और मेरे सीनियर्स नए मुझे इस सिचुएशन से निपटने के लिए कहा क्यूंकि प्रेसिडेंट, वाईस प्रेसिडेंट और जनरल सेक्रेटरी सबके टिकेट तय हो चुके थे और अब इस लड़की को संतुष्ट करने के लिए भी कुछ नहीं कर सकते थे।
मेरे ग्रुप के लौंडों नए जा कर बबीता से बात की तो उसने अलग ही तेवर दिखा दिए और उन्हें काफी भला बुरा कहा, इन्हीं लौंडों में से एक था रिज़वान उर्फ़ राजा जिसने पक्का कभी ना कभी मेरा झूठा पानी पिया होगा तभी तो वो इतना शातिर कमीना हो गया था।
राजा ने बबीता को सुझाया की अगर पप्पी भैया तेरे साथ हैं तो तू बन जाएगी प्रेसिडेंट लेकिन पप्पी भैया पार्टी ए गद्दारी करें इसके लिए उन्हें तुझे ही मोटिवेट करना होगा।
बबीता शाम को मेरे फ्लैट के नीचे आ कर मुझे फ़ोन कर रही थी और राजा मेरे बगल में बैठा हंस रहा था, मैंने राजा के सर में एक चपत लगाई और फ़ोन उठाकर बबीता को ऊपर बुलाया
इस पर राजा हंसकर बोला “टेम्पररी भाभी आ रही है दूकान खुलवाने” मैंने हंसकर उसकी गांड पर एक लात लगाई और वो हँसते हुए भाग गया। बबीता ने मेरे फ्लैट की घंटी बजाई मैंने दरवाज़ा खोल कर उसे अन्दर ले लिया, उसने उस दिन बड़ी ही सेक्सी ड्रेस पहनी थी और वो ज़रुरत से ज्यादा मुस्कुरा रही थी।
अंदर बुला कर मैंने उसे सोफे पर बिठा दिया और बैठते ही उसने कहा “पप्पी जी, मैं यहाँ स्मोक कर सकती हूँ” मैंने पहले तो उसे घूर कर देखा और फिर कहा “सीनियर के सामने स्मोक करोगी तो प्रेसिडेंट कैसे बनोगी” इस पर वो बोली “वो तो आपका सर दर्द है ना मेरा नहीं”
बस इतना कह कर उसने मेरे ही पैकेट में से सिगरेट ले कर सुलगा ली और सीधे आ कर मेरी गोदी में बैठ गयी। मैंने कहा “तुम में प्रेसिडेंट बन्ने के गुण तो हैं लेकिन।।” उसने चौंक कर कहा “लेकिन क्या” मैं हँसा और बोला “लेकिन सारे गुण चेक करने होंगे ना”।
बस इतना सुन कर तो उसके चेहरे पर एक कुटिल मुस्कान दौड़ गयी और उसने अपने कपडे उतार कर सोफे पर फेंक दिए और बोली “सारे ही गुण तो हैं मुझ में” मैंने भी हंस कर कहा “वो तो दिख ही रहे हैं, फिर भी”।
अब तो बबीता नए सच में अपने गुण दिखाने की ठान ली और मेरे म्यूजिक सिस्टम को ऑन कर के उस में ज़ोरदार सोंग लगा कर मेरे सामने नंगी नाचने लगी, मैं सोफे पर बैठा बैठा किसी हिंदी फिल्म के विलन की तरह उसका नंगा नाच एन्जॉय कर रहा था और वो मुझे रिझाने के लिए अपने चूचों, चूत और गांड को मेरे मुंह और लंड पर फिरा रही थी।
मैंने सोंग की आवाज़ तेज़ की और उसे पकड़ कर बेडरूम में ले गया जहाँ मैंने उसके जिस्म को छूकर उसका अच्छे से मुआयना किया, बबीता तो जैसे तैयार हो कर ही आई थी उसका ताम्बई रंग ऐसे चमक रहा था मानो आज ही इस बर्तन की कलई करवाई हो।
बबीता को इशारा करते ही उसने नाचते नाचते मेरे भी कपडे उतारे और अपनी मोटी गांड को मेरे खड़े लंड पर रगड़ने लगी, मैं उसके चुचे पी रहा था और उसकी चूत में ऊँगली पेल कर उसे गरम भी कर रहा था।
बबीता एक हाथ से मेरे अंडों को सहला रही थी और फिर उसने पलट कर मेरे होठों को जम कर चूमा और बोली “पप्पी जी, मैं खड़ी हो गयी तो आप मुझे जित्वा दोगे ना” मैंने कहा “जानेमन अब तो तुम्हे देश का प्रेसिडेंट बनाना पड़ेगा” ये सुन कर बबीता ने मुझे लिटाया और पलट कर मेरे लंड पर रिवर्स को गर्ल बनी सवारी करने लगी।
मैं इस का मज़ा ले रहा था और वो तो बस सेवा करने आई थी सो कर रही थी, फिर वो दुबारा पलटी और मुंह मेरी तरफ कर के मेरे लंड पर फिर से बैठ कर उछलने लगी उसकी चूत में मेरा लंड फच्च फच्च कर रहा था और उसके उभार मेरी आँखों के सामने उछल रहे थे जिन्हें मैं कभी कभी चूम भी लेता।
बबीता नए जैसे ही अपनी मोटी गांड को हिला हिला कर मेरे लंड की ग्राइंडिंग शुरू की तो मेरे लंड की हाय हाय निकल गयी और लम्हा भर में हम दोनों ही झड़ गए।
उसकी गांड का कमाल देख कर मैंने बबीता से कहा “अगर बड़े अंतर से जीतना है तो” और ये कहते हुए मैंने उसकी रसभरी मोटी गांड पर हाथ फिराया और चांटा मारा। बबीता मेरा इशारा समझ गयी थी उसने बिना किसी हील हुज्जत अपने बैग में से मॉइस्चराइजर की छोटी सी बोतल निकाली मेरे लंड और अपनी गांड पर लगा कर मुझे कहा “आओ पप्पी जी इसकी भी सवारी कर लो ये फुल टाइट है”।
मैंने उसकी गांड को इस बुरी कदर से पेला की बबीता की बल्ले बल्ले हो गयी वो चीखती रही लेकिन मैंने उसकी गांड पर रहम नहीं खाया बल्कि और ज़ोर ज़ोर से चांटे भी लगाये,मैंने देखा की बबीता की गांड में से खून निकल रहा था और उसकी गांड किस बन्दर की सी लाल हो राखी थी।
बबीता तीन चार दिन तक मेरे फ्लैट पर ही रही और चुदती रही, इस बीच मैंने अपनी एक टीम बी तैयार कर के उसके साथ लगा दी और उसका प्रचार शुरू हो गया जिस से वो बड़ी खुश हुई। चुनाव के दिन तक वो चुपचाप मेरे पास आ कर चुदती और मैं उसके चुनाव की तैयारी सबसे छुपा कर करवा रहा था।
चुनाव के दिन वो बड़ी कॉंफिडेंट नज़र आ रही थी पर जैसे ही रिजल्ट आया तो उसके होश उड़ गए क्यूंकि उसके खाते में सिर्फ दस वोट आए थे और हमारे सभी लोग जीत गए थे। ये दरअसल मेरी और राजा की चाल थी जिस में वो बेवक़ूफ़ फंस गयी और राजनीति के पहले पायदान पर अपनी चूत और गांड देने के बावजूद फ़ैल हो गयी।
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